चिंता मुक्त जीवन जिए और सफलता पाए।।

 सफलता हासिल करने में सबसे बड़ी बाधा चिंता है। चिंता सबको होती है। लेकिन व्यक्ति के काम पर चिंता हावी हो जाय तो व्यक्ति का कम बाधित हो जाता है।किसी काम में मन नहीं लगता है। फिर वह कामयाबी हासिल नहीं कर पाता।


चिंता के कारण

       चिंता के कई कारण होते है।अवसाद के कारण आदमी चिंता में पड़ जाता है।उसका किसी भी काम में मन नहीं लगता है।कभी किसी बीमारी के कारण भी आदमी चिंतित रहता है।बहुत लोगों को कुछ अंदरूनी बीमारी हो जाती है जिसको वह किसी से बता नही पाता है छुप छुप कर इलाज करता है और चिंतित रहता है।

      घरेलू कलह भी चिंता का महत्वपूर्ण कारण है। घरेलू कलह से कई जिंदगियों को तबाह होते भी देखा गया है।


बच्चों के व्यवहार पर नजर रखे

          सबसे जरूरी यह है की बच्चे चिंतित ना रहे इसपर बड़ो को हमेशा नजर रखनी चाहिए। क्योंकि बच्चो को गलत दिशा में जाने का चांस ज्यादा रहता है।

     बच्चे चिड़चिड़े हो जाते है।बात बात पर गुस्सा करते है।उदंड हो जाते है।यहां तक कि अपराधिक प्रवृति के भी हो सकते हैं। नशे की तरफ उनका झुकाव हो सकता है। 


 माता पिता का आपसी कलह 

बच्चों में चिंता की सबसे बड़ी वजह है माता पिता का आपसी कलह। जो पति पत्नी हमेशा लड़ते रहते हैं उनके बच्चे बहुत अकेला महसूस करते है। उनको समुचित प्यार दुलार नही मिल पाता है। पढ़ाई में मन नहीं लगता है। वे किसी भी गलत दिशा में बहक सकते हैं।

     इसलिए माता पिता को चाहिए की घर का माहोल खुशनुमा रखे बच्चों को प्यार दुलार दें।उनके समस्याओं का समाधान करें।


बच्चों के स्वास्थ्य पर ध्यान देना

माता पिता को बच्चो में मानसिक तथा शारीरिक स्वास्थ्य पर हर समय नजर रखनी चाहिए।उसके क्रिया कलाप पर ध्यान देना चाहिए।क्योंकि बच्चे ही आगे जाकर बड़े बनते है।किसी भी क्षेत्र में कामयाबी की नीव बचपन में ही पड़ती है।

     बच्चा क्यूं उदास है ,पढ़ने में मन उसका क्यों नहीं लगता है? इसपर ध्यान रखने की जरूरत है।

       जब चिंता मुक्त बचपन बीतेगा ,तो कामयाबी चलकर पास आएगा।

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