अपनी गलतियों से कैसे सीखें ?

 आदमी जब कोई भी काम करता है तो वह काम उसके लिए नया होता है।आप दो तरीके से काम कर सकते हैं।या तो आप खुद ही किसी काम को कीजिए या फिर किसी के संरक्षण में काम कीजिए।

         दोनों ही कंडीसन में काम करने पर गलतियां होना स्वाभाविक है। जो व्यक्ति काम ही नहीं करेगा उससे गलतियां कैसे होगी।


गलतियां क्यों होती है  ?

        अति उत्साह के कारण व्यक्ति।से गलतियां हो जाती है।जल्दबाजी के कारण भी गलतियां होती है।कभी कभी कम जानकारी या पूर्ण ट्रेनिंग के अभाव में भी गलतियां होती है।ध्यान के भटकाव के कारण भी गलतियां होती है। कई परिस्थितियों में दूसरों के सलाह के कारण भी गलतियां हो जाती है।


गलतियों से कैसे बचें ?

        गलती करना मनुष्य का स्वभाव होता है।गलतियों से बचने का प्रयास कभी मत करें।बल्कि गलतियों से सीखें।जो व्यक्ति गलती नहीं करेगा वह सीखेगा कैसे?

      हां ये प्रयास जरूर करें की गलती दुबारा न हो।क्योंकि बार बार गलती पर गलती करते रहेंगे तो काम सीखने के लिए ये जीवन छोटा पड़ जायेगा और असफलता के सिवा कुछ भी नहीं मिलेगा। इसलिए कम से कम गलती करते हुए जीवन में कुछ नया सीखते हुए कामयाबी की ओर एक एक कदम आगे बढ़ाते रहना चाहिए।


दूसरों के गलतियों से सीखें

          मनुष्य को सिर्फ अपनी गलती से ही नहीं बल्कि दूसरों के भी गलतियों से सीखना चाहिए।आप जब दूसरे लोगों के गलतियों से सीखने लगेंगे तो आपसे गलतियां कम होंगी।जीवन में ठोकर कम लगेगा । तथा कामयाबी जल्दी मिलेगी।

       दूसरे लोगों के द्वारा किए गए गलतियों को एक उदाहरण की तरह लेना चाहिए।ये समझना चाहिए की उस एक गलती से उसे नुकसान हुआ है तो मुझे भी होगा। इस तरह कामयाबी का मार्ग प्रशस्त होगा।


गलती और अपराध में अंतर

        आदमी अनजाने में गलती करता है।फिर उस गलती को सुधारने का प्रयास करता है।लेकिन एक गलती करने के बाद ,उसका बुरा परिणाम जानने के बाद फिर वही गलती जान बुझ कर दुबारा, या बार बार करे तो वह अपराध है।

       दूसरा, सोच समझ कर गलत नीयत से किया गया काम अपराध है। सोच समझ कर किसी को नुकसान पहुंचाना गलती नही अपराध है।कानून का उलंघन अपराध है।

     इसलिए आप अपराध नहीं, गलती कीजिए ।उसे सुधारिए और कामयाबी के रास्ते पर आगे बढ़ते चले जाइए।

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