शुभ मुहूर्त में ही काम क्यों करे ?

 शुभ मुहूर्त का इंतजार ,,,

     एक वाकया हमारे सामने आया । एक बुजुर्ग आदमी का तबियत खराब था काफी सीरियस थे। सांस फूल रहा था।रह रह कर बेहोशी जैसा हो रहा था। घर के सभी लोग परेशान थे अगल बगल से भी लोग इकट्ठा हो गए । जल्दी से हॉस्पिटल ले चलने का फैसला हुआ।

       दरवाजे पर गाड़ी एंबुलेंस पहुंच गया । तभी उस बुजुर्ग की पत्नी रोती हुई आई ।बोली "आज मत लेकर जाइए आज पूरब दिशा का जतरा नहीं है "।

      बहुत समझने बुझाने के बाद ओ लेडी तैयार हुई। फिर उनको हॉस्पिटल ले जाता गया । दो दिन एडमिट रहने के बाद वे ठीक होकर घर आ गए।


जतरा(मुहूर्त) के चक्कर में काम का बिगड़ना

      ऐसे बहुत सारे लोग हैं जो हर काम में जतरा यानी मुहूर्त देखते है। और मुहूर्त नही होने पर काम नही करते है। जिससे उनका काम बिगड़ जाता है या नहीं होता है।

मुहूर्त कब देखे ?

      मुहूर्त जरूर देखिए। जब पहले से कोई प्लान बना कर काम करना हो तो मुहूर्त जरूर देखिए।मुहूर्त का अपना एक अलग महत्व है।जैसे शादी व्याह करना हो तो मुहूर्त जरूर देखना चाहिए।कही जाना हो ,आपके पास लंबा समय हो तो मुहूर्त देखिए। कोई नया काम स्टार्ट करना हो तो मुहूर्त देखना चाहिए। घर बनवाना,भूमिपूजन,दुकान का उदघाटन,बच्चे का शिक्षा का शुभारंभ ऐसे बहुत सारे काम हैं  जो प्लानिंग बना कर किया जाता है । इसमें मुहूर्त देखना चाहिए।

मुहूर्त कब नही देखना चाहिए ,,,


     जब कोई काम अकस्मात सामने आ जाय तो उसमे मुहूर्त नही देखना चाहिए।जैसे किसी की बीमारी में ,कोई परीक्षा में ,तुरंत कहीं जाना हो, इंटरव्यू हो,नौकरी के लिए ज्वाइनिंग करना हो।अगर ऐसे कामों में मुहूर्त देखा जाने लगेगा तो आप सोच सकते हैं कितना बड़ा नुकसान हो सकता है।

मुहूर्त जरूर देखे,,,,।


    तो चलिए उन कामों का लिस्ट बनाइए जो आपको शुभ मुहूर्त में करना है। जैसे नई गाड़ी लेनी हो,घर खरीदना हो,उपनयन संस्कार करना हो इत्यादि। और किसी विद्वान पंडित से शुभ मुहूर्त दिखवाइए । शुभ लगन में काम कर के कामयाबी हासिल कीजिए।

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