12th (+2 ) के बाद क्या करें ? एक नई सोच,नया आइडिया।12th (+2) ke bad kya kare ? Ek nayi soch, naya aaidia.

 +2 के बाद क्या ?

     ये एक ऐसा सवाल है जो हर स्टूडेंट के दिमाग में उथल पुथल मचाता है। कब? जब वे +2 पास कर लेते है। क्या करें? कौन सा कोर्स करें वे कन्फ्यूज हो जाते हैं कभी कभी गलत डिसीजन ले लेते हैं और अपना पूरा कैरियर तबाह कर लेते है।


कन्फ्यूजन का कारण

      +2 पास स्टूडेंट के कन्फ्यूज होने का उचित कारण भी है। 

1. +2 के बाद जॉब रिलेटेड अनगिनत डिग्री , डिप्लोमा , प्रोफेशनल कोर्स का होना ।

     इन डिग्री , डिप्लोमा , प्रोफेशनल, मेडिकल लॉ, कंप्यूटर,आदि कोर्सेज का लिस्ट मैं नहीं दे रहा हूं। आप किसी भी यूनिवर्सिटी, इंटीट्यूट के साइट पर जाकर लिस्ट देख सकते है।

2.   +2 के बाद का टाइम, लाइफ का टर्निंग प्वाइंट होना । ये ऐसा टाइम होता है जिसमें इन अनगिनत कोर्स में से कोई एक कोर्स चुनने का प्रेसर होता है।

3.   साइंस , कॉमर्स , आर्ट्स स्ट्रीम से रिलेटेड जॉब ऑप्शन का चुनाव नही कर पाना।

जितने भी स्टूडेंट +2 पास करते है वे या तो साइंस के होते है या कॉमर्स के होते है या आर्ट्स के होते है। +2 के बाद जब जॉब रिलेटेड कोर्स चुनने की बारी आती है तो उनका पसंद बदल गया होता है। 

4.   साइंस वाले स्टूडेंट का कॉमर्स या आर्ट्स से संबंधित कोर्स के तरफ झुकाव होना।

5.   कॉमर्स स्ट्रीम वाले स्टूडेंट का साइंस या आर्ट्स स्ट्रीम वाले डिग्री , डिप्लोमा या प्रोफेशनल कोर्स की ओर झुकाव होना।

6.    इसी तरह आर्ट्स स्ट्रीम वाले स्टूडेंट का साइंस या कॉमर्स स्ट्रीम से संबंधित जॉब रिलेटेड कोर्स के तरफ झुकाव होना।

7.   लोगों के सलाह से भ्रमित होना।

 +2 के बाद स्टूडेंट अपने से ज्यादा उम्र के लोगों से ,जो लोग पहले से जॉब में है उनसे , या दुसारे अन्य लोगों से सलाह लेने लगते हैं। उन परिचित लोगों से तरह तरह के सलाह उन्हें मिलता है। कोई कहेगा B.TECh कर लो। कोई सलाह देगा BCA कर लो।कोई MBBS का सलाह देगा तो कोई कहेगा ग्रेजुएशन कर लो। स्टूडेंट के लिए ये कन्फ्यूजन का सबसे बड़ा कारण होता है।

8.    आर्थिक स्थिति का सही नहीं होना।

जब स्टूडेंट +2 पास करके निकलते है तो अकस्मात भरी भरखम खर्चे का बोझ उन पर आ जाता है। जैसे कोर्स fee, हॉस्टल fee, ट्रेवलिंग कॉस्ट, मेंटेनेंस कॉस्ट और भी कई तरह के खर्चे आदि। इससे भी कन्फ्यूजन की स्थिति बनती है।

9.  यूनिवर्सिटी या इंस्टीट्यूट का नजदीक न होना।

दूर दराज गांवों में रहने वाले स्टूडेंट और छोटे शहरों में रहने वाले स्टूडेंट्स के साथ यह समस्या आती है। उनके नजदीक के शहरों में इंस्टीट्यूट या यूनिवर्सिटी नहीं होने के कारण उन्हें डिसीजन लेने में काफी परेशानी होती है। उनका एजुकेशनल कॉस्ट भी काफी बढ़ जाता है। और भटकाव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है।

10.  पेरेंट्स का प्रेसर होना।

माता पिता का प्रेसर भी कन्फ्यूजन का एक अहम कारण है। बच्चे का झुकाव किसी अन्य कोर्स में होता है और माता पिता का दबाव किसी अन्य कोर्स करने पर होता है। इससे भी टाइम और पैसा बर्बाद होता है और बच्चे का कैरियर नही बन पता है।

     सवाल वही है +2 के बाद क्या करें ? सबसे पहले ऊपर लिखे कारणों का गहराई से अध्ययन करें। इनमें से कौन कौन से कारण आप पर लागू होते हैं इसको ढूंढे। फिर इसका समाधान करें।

अपनी काउंसलिंग करें

     याद रखिए सबसे बड़े काउंसलर आप खुद है। पहले अपनी काउंसलिंग आप खुद करें। इन सारी समस्याओं का समाधान निकलने में आप खुद अपने आप को सक्षम पाएंगे । फिर दूसरा काम आपको यह करना है---

अध्ययन

 आप अपने स्ट्रीम के जॉब रिलेटेड कोर्स के लिस्ट का अध्ययन करें। जैसे साइंस वाले स्टूडेंट साइंस से रीलेटेड कोर्स के लिस्ट का अध्ययन करें।

कॉमर्स वाले स्टूडेंट कॉमर्स से रिलेटेड कोर्स के लिस्ट का अध्ययन करें। उसी तरह आर्ट्स स्ट्रीम वाले स्टूडेंट आर्ट्स से रिलेटेड कोर्स के लिस्ट का अध्ययन करें। खूब अच्छी तरह अध्ययन करने के बाद आपको कोर्स का चुनाव करना है

चुनाव

    आपने स्ट्रीम के लिस्ट का अध्ययन करने के बाद आपको उनमें से अपने लिए एक कोर्स का चुनाव करना है। याद रहे कोर्स का चुनाव करते समय आप अपने रुचि का ध्यान जरूर रखें। अगर आप अपने पसंदीदा कोर्स का चुनाव करने से चूक जायेंगे तो आगे चलकर कैरियर निर्माण में कठिनाई होगी।

सलाह से बचें

    किसी के सलाह में पड़कर कोई कोर्स न करें। जैसे कोई आपको सलाह दे की आज कल मेकेनिकल इंजीनियर का बहुत डिमांड है। मेकेनिकल से b. tech कर लो। लेकिन आपकी रुचि कंप्यूटर में हो ,तो ऐसे में मेकेनिकल से b .tech करने का फैसला गलत होगा। आपको bca, B.Sc IT या कंप्यूटर साइंस से B. Tech करना अच्छा रहेगा।

इनोवेशन 

दुनिया में हो रहे बगलाव को समझें। नए टेक्नोलॉजी को दुनियां जिस तरह अपना रही है उसी तरह आप भी अपने अंदर नयापन लाए। नए टेक्नोलॉजी का समझ पैदा करें।उसे अपनाए। कैरियर का टेंशन समाप्त हो जायेगा।

स्किल डेवलपमेंट

     अंत में,आप जो भी कोर्स का चुनाव करें उसमे अपना बेस्ट परफॉर्मेंस दें। अपने स्किल में निखार पैदा करें। कैरियर आपका निखार जायेगा।


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