सभी खाताधारक के पास नेट बैंकिंग होना क्यों जरूरी है ?sabhi khata dharak ke pas net banking hona kyo jaruri hai ?

 आज के समय में बैंकिंग की जरूरत हर आदमी को है।बिना बैंक खाते का किसी भी व्यक्ति का फाइनेंशियल काम होना मुस्किल है। लगभग सभी औरत मर्द,बच्चे बूढ़े, नौकरीपेशा, किसान स्टूडेंट का खाता किसी न किसी बैंक में जरूर होगा। जिसका नही होगा इसको बैंक में खाता खुलवाना पड़ेगा।


खाता खुलवाने के तरीके 

         किसी भी बैंक में खाता खुलवाने के दो तरीके है।पहला ऑफलाइन खाता और दूसरा ऑनलाइन खाता।ऑफलाइन खाते के लिए आपको बैंक में जाना पड़ेगा।अकाउंट ओपनिंग फॉर्म भरना पड़ेगा। आईडी प्रूफ ,एड्रेस प्रूफ देना पड़ेगा। मुख्यत: आधार कार्ड और पैन कार्ड होना चाहिए। मोबाइल नंबर और ई मेल आईडी के साथ आप ऑफ लाइन खाता खुलवा सकते है।

         ऑनलाइन खाता खुलवाने के लिए आधार कार्ड से मोबाइल नंबर लिंक होना चाहिए। उसपर ओटीपी आता है। पैन कार्ड ,मोबाइल नंबर, ई मेल आईडी,लाइव फोटो की जरूरत होती है। खाता खुलने के बाद केवाइसी कराने आप बैंक में भी जा सकते है। वीडियो केवाइसी भी कर सकते है।

बैंक से मिलने वाले फायदे

         खाता खुलने के बाद बैंक आपको पासबुक,चेक बुक, डेबिटकार्ड देता है। पहले डेबिटकार्ड का पिन भी लिफाफे में पैक मिलता था। अब पिन खुद ही जेनरेट करना पड़ता है। जिस भी बैंक का डेबिट कार्ड आपके पास हो उसके एटीएम मशीन के द्वारा डेबिट कार्ड का पिन जेनरेट कर सकते है।

सिर्फ बैंक में खाता होना ही काफी नहीं है।

       बैंक में खाता खुल जाने के बाद लोग संतुष्ट हो जाते है। जो भी जरूरत होता है बैंक में जाकर अपनी जरूरत पूरा कर लेते है। पैसा निकालना हो,बैंक जाते है। जमा करना हो बैंक जाते है। पैसा फिक्स करना हो बैंक जाते है।चेकबुक लेना हो बैंक जाते है। मतलब हर काम के लिए लोग बैंक का चक्कर लगाते है। जिसमे लोगों का टाइम और पैसा दोनो बर्बाद होता है।

       हर काम के के लिए बैंक का चक्कर नही लगाना पड़े इसका सॉलुसन है नेट बैंकिंग।

नेट बैंकिंग

       बैंक अपने ग्राहकों को नेटबैंकिंग का फैसिलिटी देता है। अपने मोबाइल फोन या लैपटॉप से हर कोई नेट बैंकिंग का इस्तेमाल कर सकता है। नेट बैंकिंग से अपना सभी बैंकिंग जरूरत आप पूरा कर सकते है। आपको बैंक का का चक्कर नही लगाना पड़ेगा। बैंक आपके पॉकेट में होगा।आपके घर में होगा। बैलेंस की जानकारी लेना हो,पैसा भेजना हो,पैसा मंगाना हो,पैसा फिक्स करना हो, चेक बुक मंगाना हो,डेबिट कार्ड मंगाना हो,स्टेटमेंट की जानकारी लेना हो,यानी की सब काम मुमकिन है जो आप घर बैठे कर सकते है। कही भी कर सकते है। कभी भी कर सकते है। देश डिजिटल हो रहा है।लोग डिजिटल हो रहे हैं। मगर आपको पता होना चाहिए की नेट बैंकिंग का इस्तेमाल एक सौ में चार लोग भी नही करते है। यूपीआई का इस्तेमाल अधिकतम लोग कर रहे है। डिजिटल रूप से यूपीआइ से लोग कनेक्ट है। क्योंकि इस्तेमाल में वह आसान है। पर यूपीआई से आप बैंक की मैक्सिमम फैसिलिटी नही ले पाएंगे।


नेट बैंकिंग और यूपीआई में अंतर

        इंटरनेट बैंकिंग,नेट बैंकिंग या ई बैंकिंग ,बैंक की अंतरिम सेवा है जो ग्राहकों को बैंकिंग कार्य करने का अवसर प्रदान करता है। यह सेवा ब्रांच के अंदर के काम जैसे बैलेंस, एफडी, आरडी,लेने देन,डेबिटकार्ड अप्लाई, चेक बुक अप्लाई, लोन आवेदन,क्रेडिट कार्ड आवेदन,आदि की सेवा प्रदान करता है। यह सेवा पूरी तरह सिक्योर है।इसका आईडी पासवर्ड ग्राहक के हाथ में रहता है। जब चाहे इसको बदला जा सकता है।

        यूपीआइ का फुल फॉर्म यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस है। यह तत्काल पैसा हस्तांतरण की अनुमति देता है। इसमें एक वर्चुअल आईडी होता है जो बैंक अकाउंट से जोड़कर पैसे का आदान प्रदान कराया जाता है। यह रियाल टाइम भुगतान प्रणाली है। जो एक बैंक खाते से दूसरे बैंक खाते में किया जाता है। यह सेवा भी पूरी तरह सेफ और सुरक्षित है।

दोनो सेवा बेहतर है

नेट बैंकिंग और यूपीआई दोनो सेवा बेहतर है । दोनो सेफ और सुरक्षित है। डरने की कोई जरूरत नहीं है।क्योंकि आज भी बहुत से लोग है जो डरते है । उन्हे डर रहता है की उनका पैसा कही कट जाएगा। ये पोस्ट मैं उन्ही लोगों के लिए कर रहा हु। हकीकत तो यह है की अगर आपके पास नेट बैंकिंग है तो आप मिनी स्टेटमेंट और स्टेटमेंट के द्वारा आसानी से जब मर्जी देख सकते है की आपका पैसा कहां कटा है। एक एक रुपया का हिसाब आपके आंखो के सामने रहता है। नेट बैंकिंग नहीं रहने पर इसी काम के लिए बैंक जाना पड़ता है।


न्यू खाता धारक और पुराने खाता धारक

       जो लोग नए खाता खुलवा रहें है उन्हे नेट बैंकिंग साथ साथ एक्टिव मिल जाता है। उन्हे लॉगिन कर के इस्तेमाल करना होता है। फिर भी बहुत सारे लोग डर के मारे लॉगिन नही करते है। उन्हे करना चाहिए ,सीखना चाहिए। धीरे धीरे डर समाप्त हो जायेगा और आप एक्सपर्ट बन जाइएगा।

       जो पुराने खाता धारक है उन्हे बैंक जाकर नेट बैंकिंग चालू करना चाहिए। ऑनलाइन नेटबैंकिंग भी स्टार्ट करना आसान है। ये कर लेना चाहिए।अगले पोस्ट में मैं विभिन्न बैंकों का नेट बैंकिंग आसान भाषा में स्टार्ट करना बताऊंगा।

            तो अब आप देर मत कीजिए नेट बैंकिंग करना चालू कीजिए । बैंक का चक्कर लगाना छोड़िए। और बैंकिंग सेवाओं का आनंद घर बैठे लीजिए।

Post a Comment

0 Comments