लेखक(writer) कैसे बने? सफल writer बनने के लिए क्या उपाय करें?

 दोस्तों क्या आप लेखन के क्षेत्र में कैरियर बनाना चाहते हैं?

अगर आप लिखना चाहते है,तो ये पोस्ट आपके लिए है। सबसे पहले आप ये सोचिए की आप क्यों लिखना चाहते हैं?किसके लिए लिखना चाहते है? यहां इस बात का उल्लेख करना जरूरी है की बहुत से लोगों ने ब्लॉग बनाया,लिखना शुरू किया। पांच से आठ पोस्ट लिखें उसके बाद उनके समझ में आना बंद हो गया की अब क्या लिखें? कहां से इतना सब्जेक्ट लाए। आइडिया नहीं आने के कारण उन्होंने लिखना बंद कर दिया। लेखन के क्षेत्र में उनका कैरियर बनाने का सपना अधूरा ही रह गया।

       आप राइटिंग के क्षेत्र में उतरने के पहले ये तसल्ली कर लीजिए की ये क्षेत्र आपके लिए है की नहीं। एक अच्छा राइटर बनने के गुण आपमें हैं की नहीं। मैं ये मान कर चल रहा हूं की वे सब गुण आपमें है जो एक अच्छे राइटर में होते हैं। कौन कौन से गुण है चलिए बताता हूं।


गॉड गिफ्टेड होना

     एक बहुत अच्छा संगीत का ज्ञाता भी कभी कभी अच्छा गायक नहीं होता है। क्योंकि उसके पास सुंदर और मीठी आवाज नहीं होती है। उसी तरह बहुत जानकारी होने के बाद भी लिखने की शैली अच्छी नहीं हो तो अच्छा राइटर नहीं बना जा सकता है। ये गॉड गिफ्टेड होता है।

अच्छा पाठक होना

एक राइटर को अच्छा पाठक होना पड़ता है। सभी तरह के किताबो को पढ़ने की आदत डालनी पड़ती है। किताबें पढ़ने का शौक होना चाहिए। मुझे ऐसे भी लोग मिले है जो विभिन्न तरह के पत्र पत्रिका,उपन्यास,समाचार पत्र हर समय पढ़ते थे। और पढ़ते पढ़ते एक समय ऐसा आया की उनका लिखने का शौक जाग गया। वे अच्छे राइटर हो गए।

जब आदमी वर्षो तक एक पाठक होता है। तो उसे अनायास ही बहुत सारे विषयो की जानकारी हो जाती है। कविता,कहानी,समसामयिक लेख,उपन्यास आदि पढ़ने से विभिन्न तरह के लेखकों की लेखन शैली का पता चल जाता है। उसके पास एक विशाल शब्दों का भंडार हो जाता है। और जिसके पास विषयों की जानकारी और शब्दों का भंडार हो उसे राइटर बनने से कौन रोक सकता है?

सामाजिक नेटवर्क होना

एक अच्छा राइटर होने के लिए हर तरह के लोगों से कनेक्ट में रहना चाहिए। समाज से जितने कनेक्ट रहेंगे,उतने ही ज्यादा विचारों और समस्यायों को जानने का मौका मिलेगा। लोगों के शौक क्या है? लोगों की समस्याएं क्या है? लोगों के पास अवसर क्या है? लोगों को क्या पसंद है ,क्या नापसंद है। इस तरह भिन्न भिन्न तरह के लोगों के विचारों को जानने और समझने का मौका मिलता 

घुमंतू होना

राइटर होने के लिए घुमंतू होना भी जरूरी है। अलग अलग प्रदेशों में घूमने वाले को वहां के लोगों के रहन सहन को जानने का मौका मिलता है। अलग अलग जगह के लोगों का क्या खान पान है ? उनके क्या रीति रिवाज़ है? उनका पहनावा,बोली,भाषाएं सब जानने समझने का मौका मिलता है। दर्शनीय स्थान,टूरिस्ट स्थान ,धार्मिक क्रिया कलाप से लिखने के लिए पर्याप्त सामग्री उपलब्ध हो जाती है।

कठिन परिश्रम

 जो रातों रात प्रसिद्धि हासिल करना चाहते है, लेखन का काम उनके लिए नहीं। इसके लिए कठिन परिश्रम करना होता है। लिखने का प्रैक्टिस जितना ज्यादा होगा,उतना ज्यादा लेखनी में निखार पैदा होगा।अगर ब्लॉग बना लिए हैं और चार पांच लेख लिख दिए है। एडसेंस का अप्रूवल भी मिल गया हो। ट्रैफिक नही आता है। लोग आपके साइट पे नहीं आते है। तो निराश होने की आवश्यकता नहीं है। लगन के साथ लगातार लिखते रहने की जरूरत है। क्वालिटी कंटेंट लगातार लिखते रहने से एक दो साल बाद मेहनत रंग लता है। और आपका ब्लॉग रैंक करने लगता है।

क्यों लिखें

     आप अगर लिखना चाहते हैं तो सबसे पहले ये सोचें की आप क्यों लिख रहें हैं ? किसके लिए लिख रहें हैं? स्टार्ट करते समय शुरू से शुरू करना होगा। जो दूसरों के लिए लिखेगा,वह असफल हो जायेगा। इसलिए आप अपने लिए लिखिए। आपको जो अच्छा लगता है वह लिखिए। मन से लिखिए। खूब लिखिए। जब आप अपने लिए लिखिएगा तो आपके मन को संतुष्टि मिलेगी। दूसरे के लिए लिखियेगा, वह नही पढ़ेगा तो आप निराश हो जायेंगे और लिखना बंद कर दीजियेगा। इसलिए किसी की परवाह किए बिना आप अपने लिए लिखते रहिए। एक समय ऐसा आएगा की आप दूसरों के लिए लिखने लगिएगा। लोग आपको पढ़ने लगेंगे।आपकी पहचान बन चुकी होगी।

कॉपी राइटिंग नहीं करें

      जब कोई लिखना शुरू करते हैं तो एक गलती कर जाता है। वह गलती है किसी दूसरे लेखक की कॉन्सेप्ट को इधर उधर की बातो के साथ मिला कर लिखना। इस तरह की लेखनी करने वालो के कंटेंट में जान नहीं होती है। वह अपनी पहचान नहीं बना पता है। ऐसी राइटिंग नही करनी चाहिए। दूसरी गलती किसी के लिखी बातों का कॉपी पेस्ट करना। एक तो आप कॉपी राइट का उल्लंघन कर रहें होते है। दूसरा अपने लेखनी पर खुद ही कुल्हाड़ी मार रहें होते हैं। ऐसी गलती कभी नहीं करनी चाहिए।

     आप यह सोच कर लिखिए की आप जो भी लिखेंगे सबसे सुंदर लिखेंगे सबसे अच्छा लिखेंगे।

राइटिंग कोर्स 

अगर और आत्मविश्वास पैदा करना चाहते हैं तो आप राइटिंग का कोर्स भी कर सकते हैं। बहुत सारे विश्वविद्यालयों में राइटिंग का कोर्स कराया जाता है।ऑनलाइन कोर्स भी उपलब्ध हैं। आप अपने सुविधानुसार राइटिंग का कोर्स कर सकते हैं।

वैसे writer बनने के लिए किसी कोर्स की जरूरत नहीं है।

क्रिएटिव राइटर

जब आपके अंदर आत्म विश्वास पैदा हो जाता है तब कलम आपके इशारों पर नाचने लगती है। आप राइटिंग के बहुत से क्षेत्रों में से कोई भी क्षेत्र चुन सकते हैं जैसे--- फिल्म की कहानी लेखन,क्रिएटिव राइटिंग,थ्रिलर,सस्पेंस मोटिवेशन,टेक्नोलॉजी,कविता,कहानी,उपन्यास, आदि।

बस शर्त यही है की लिखते रहिए।

अंत में 

 1.  राइटर बनाने के लिए एक या अनेक भाषाओं का ज्ञान होना चाहिए।

 2.  लिखने की शैली अच्छी होनी चाहिए।

 3.  किताबें पढ़ने का शौक होना चाहिए।

  4. कल्पनाशील माइंड होना चाहिए

  5. नकल नहीं करना चाहिए।अपनी भाषा में लिखना         चाहिए।

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