क्या एक ही फोलियो नंबर पर अलग अलग स्कीम में SIP कर सकते हैं?
आज हम बता ने जा रहें है की SIP के द्वारा ज्यादा फंड कैसे बनाया जा सकता है? साथ ही SIP में मार्केट के उतार चढ़ाव का रिस्क कैसे कम किया जा सकता है?
म्यूचुअल फंड हाउस का चुनाव
SIP करने से पहले आप किसी अच्छे म्यूचुअल फंड हाउस का चुनाव कर लीजिए। जैसे Nippon india म्यूचुअल फंड, HDFC mutual fund, Axis mutual फंड, UTI म्यूचुअल फंड आदि। जब आप अपने पसंदीदा फंड हाउस का चुनाव कर ले उसके बाद दूसरा नंबर आता है अच्छे म्यूचुअल फंड का चुनाव।
अच्छे म्यूचुअल फंड का चुनाव
म्यूचुअल फंड में बहुत सारे स्कीम होते हैं। आप किसी भी म्यूचुअल फंड हाउस के साइट पर जाकर उसके द्वारा संचालित स्कीम का लिस्ट देख सकते है। अच्छा होगा की उसमे से चार पांच स्कीम का चुनाव कर लें। जो चार पांच स्कीम का चुनाव आप कर रहें है वह डायरेक्ट ग्रोथ प्लान होना चाहिए। अब आप एक एक कर सभी स्कीमों का ट्रैक रिकार्ड देख लीजिए। पिछले पांच सालों में इस फंड ने कितने % का रिटर्न दिया है। फिर 10 सालो में कितने % का रिटर्न दिया है। पुराना है तो 15 साल तथा 20 सालों तक के रिटर्न का अध्ययन कर लीजिए। जो फंड आपको अच्छा लगता है फंड में ऑनलाइन SIP स्टार्ट कर लीजिए।
ऑनलाइन SIP
जब आप ऑनलाइन SIP स्टार्ट करते है, तो आपके द्वारा तय किया गया पैसा एक नियत तारीख को आपके अकाउंट से हर महीने कटता है।
फोलियो नंबर के फायदे
आप फोलियो नंबर से अपने निवेश को खुद ही अपने कंट्रोल में रख सकते हैं। आपको कोई भी काम करना हो अपने फोलियो नंबर पर जाकर खुद से कर सकते हैं। आप जिस भी फंड हाउस में निवेश करते हो, उसका म्यूचुअल फंड एप डाउन लोड कर सकते हैं।
आइए जानते हैं फोलियो नंबर के क्या फायदे हैं
फायदा नंबर 1
स्टेटमेंट प्राप्त करना
आप SIP के माध्यम से जो पैसा जमा करते है उसका स्टेटमेंट देख सकते है। इसके लिए आपको एप या वेबसाइट ओपन कर अपने फोलियो नंबर में जाना होगा। स्टेटमेंट ऑप्शन में क्लिक करने पर आपको पांच ऑप्शन मिलेंगे।
0. Last financial year
0. Current financial year
0. Last six months
0. Last twelve months
0. Select custom date range
किसी एक पर टिक कर सबमिट करें। आपके मेल पर स्टेटमेंट आ जायेगा।
फायदा नंबर 2
इन्वेस्ट करना
अगर अपने SIP में आप एक्स्ट्रा परचेजिंग करना चाहते है तो आप ट्रांजेक्शन ऑप्शन में जाकर कर सकते हैं। ट्रांजेक्शन पर क्लिक कर के आपको ग्रोथ प्लान ग्रोथ ऑप्शन पर टिक करना पड़ेगा। प्रोसीड पर क्लिक करने पर सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान और लमसम इन्वेस्टमेंट आएगा। लमसम पर टिक कर के next पर क्लिक करना पड़ेगा। अब लामसम अमाउंट आएगा। वहा जितना अमाउंट आप डालना चाहते है डालकर next पर क्लिक कीजिएगा। फिर बैंक डिटेल्स आएगा। वहां नेटबैंकिंग या यूपीआई से ट्रांजेक्शन कर के एक्स्ट्रा परचेजिंग कर सकते है।
फायदा नंबर 3
स्विच करना
स्विच ऑप्शन पर जाकर आप करेंट प्लान से स्विच कर सकते हैं। उसी पैसे को किसी दूसरे प्लान में इन्वेस्ट कर सकते है।
Withdraw करना
Withdraw ऑप्शन पर जाकर आप अपने पूरे पैसे को या जितना चाहते हैं उतना पैसे को रिडीम कर सकते हैं। रिडीम किया हुआ पैसा आपके अकाउंट में आ जाता है।
SWP plan
SIP की तरह ही SWP प्लान भी आप अपने फोलियो नंबर से ही ले सकते हैं। SWP को सिस्टमेटिक विड्रॉल प्लान कहते हैं। ये प्लान नियमित आय के लिए किया जाता है।लोग इसको पेंशनकी तरह यूज करते हैं। SIP से एक बड़ा फंड बनाने के बाद SWP किया जा सकता है। आप एक निश्चित रकम हर महीने निकालने के लिए SWP कर सकते हैं। फंड वैल्यू के हिसाब से आपका पैसा बढ़ता या घटता है।साथ ही हर महीने एक निश्चित रकम आपके अकाउंट में आता रहता है। SWP से लॉन्ग टर्म में ये भी हो सकता है की आप को मंथली इनकम होता रहे और आपका प्रिंसिपल अमाउंट भी बढ़ता रहे। ये फंड के परफॉर्मेंस पर डिपेंड करता है।
एक ही फोलियो नंबर में अलग अलग SIP
SIP के परफॉर्मेंस को अच्छा करने के लिए दो तीन अलग अलग SIP करना चाहिए। इससे SIP का रिस्क भी कम हो जाता है। अगर कही एक भी SIP का परफोर्मेंस अच्छा हो जाय तो एक बड़ा फंड तैयार हो जाता है। अलग अलग SIP करने के लिए एक ही फंड हाउस में अलग अलग प्लान लेना चाहिए। फोलियो नंबर भी एक ही रखना चाहिए।
उदाहरण के लिए एक ही फोलियो नंबर में एक स्मॉल कैप प्लान,एक मिड कैप प्लान एक लार्ज कैप प्लान आदि। जब आप इस तरह से प्लान लेते है तो एक ही एप से अपने प्लान को ट्रैक कर सकते है। लमसम परचेजिंग कर सकते हैं। दूसरे एप की जरूरत नहीं पड़ती है।
अब मैं समझता हू आपको कोई भी डायरेक्ट SIP प्लान लेने में कोई परेशानी नहीं होनी चाहिए। एक ही फोलियो नंबर पर अलग अलग प्लान लेने के फायदे भी समझ में आ गए होंगे। साथ ही फोलियो नंबर से अपने प्लान को मैनेज करना भी समझ में आ गया होगा।
(ये पोस्ट सिर्फ जानकारी के लिए लिखा गया है।कोई भी निवेश अपने फाइनेंशियल एडवाइजर के सलाह से ही करें।)
0 Comments