आजादी का अमृत महोत्सव क्या है?
इस साल हमलोग आजादी का 75 वा वर्षगांठ मना रहें हैं। इसके लिए भारत सरकार द्वारा आजादी का अमृत महोत्सव मानने का निर्णय लिया गया है। इस क्रम में हर घर तिरंगा अभियान चलाया जा रहा है। 13 अगस्त से लेकर 15 अगस्त तक सभी भारत के लोग अपने अपने घरों पर तिरंगा झंडा लगाएंगे। जितने भी सरकारी और गैर सरकारी संस्थान हैं,सभी अपने यहां तिरंगा झंडा लगाएंगे।
आजादी के अमृत महोत्सव का क्या महत्व है?
भारत को आजादी दिलवाने के के लिए सैकड़ों लोगों ने बलिदान दिया था। हजारों लोगों ने जेल की यातनाएं सही थी। क्या बच्चे क्या बूढ़े ,क्या नौजवान सभी लोगों ने आजादी की लड़ाई में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया था। कितने क्रांतिकारी गुमनाम जीवन जीने के लिए मजबूर हो गए थे। ऐसे देश भक्तों को याद करने के लिए आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है। साथ ही भारत वासियों में देश भक्ति की भावना प्रबल हो इसका प्रयास है। नवजवानों को देश के लिए बलिदान देने वालों के बारे में बताया जा रहा है। आजादी के अमृत महोत्सव से देशवासियों को देश के हजारों लाखों स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में जानने और समझने का मौका मिलेगा,जिन्होंने देश के लिए कुर्बानियां दी है।
अमृत महोत्सव कब से कब तक मनाया जायेगा?
अमृत महोत्सव का शुरुआत प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी द्वारा 12 मार्च 2021 को किया गया था। यह महोत्सव 15 अगस्त 2023 तक चलेगा। गुजरात के साबरमती आश्रम से आजादी की अमृत महोत्सव की शुरुआत की गई। 12 मार्च 1930 को महत्मा गांधी ने साबरमती से दांडी यात्रा का शुरुआत की किया था,जो 6 अप्रैल 1930 को पूरा हुआ था। महात्मा गांधी ने अपने साथियों के साथ 241 मिल लंबा पैदल यात्रा किया था। दांडी यात्रा को "नमक सत्याग्रह" भी कहते हैं।
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी जी ने इसी लिए 12 मार्च 2021 को अहमदाबाद के साबरमती आश्रम से ही आजादी के अमृत महोत्सव का उद्घाटन किया था।।
उद्देश्य
आजादी का अमृत महोत्सव मानने से पूरे विश्व को भारत के गौरवशाली इतिहास को जानने समझने का मौका मिलेगा। भारत की आर्थिक,सामाजिक सांस्कृतिक राजनैतिक प्रगति की जानकारी विश्व को होगी। साथ ही नौजवानों में देशभक्ति की भावना का प्रसार होगा।
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