Vani Jairam : पद्म पुरस्कार विजेता वाणी जयराम अपने घर में मृत पाई गई | Padma puraskar vijeta Vani jayram apane ghar me mrit payi gai।

 अभी अभी एक बहुत ही बुरी खबर चेन्नई से आ रही है। मशहूर वयोवृद्ध पार्श्व गायिका, पद्म पुरस्कार विजेता वाणी जयराम अपने घर के मृत पाई गईं हैं। वह काफी दिनों से बीमार चल रही थी। पुलिस जांच चल रही है। उनक अंतिम संस्कार कब होगा अभी इसकी कोई सूचना नहीं है।

Vani Jairam : पद्म पुरस्कार विजेता वाणी जयराम अपने घर में मृत पाई गई | Padma puraskar vijeta Vani jayram apane ghar me mrit payi gai


वाणी जयराम का जन्म


वाणी जयराम का जन्म 30 नवंबर 1945 को वेल्लोर, तमिल नाडु में हुआ था। हिन्दी गानों के साथ ही उन्होंने तमिल, तेलुगू,कन्नड़,मलयालम, ओड़िया,मराठी,बंगाली और गुजराती आदि कई भारतीय भाषाओं में गाना गया है। उन्होंने अपने जीवन काल में 10,000 से अधिक गाने गा चुकी है।


फिल्म पुरस्कार


वाणी जयराम को तीन बार सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका के लिए राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिल चुका है।राज्य सरकारों के पुरस्कार भी ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और गुजरात राज्यों से मिल चुके हैं। उन्हें फिल्मफेयर लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड , दक्षिण भारतीय फिल्म संगीत में उनकी उपलब्धियों के लिए मिल चुका है। 1980 में सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायिका पुरस्कार भी जीत चुकी हैं। वाणी जयरामआधुनिक भारत की मीरा के नाम से मशहूर थीं। 


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वाणी जयराम की शिक्षा


उनकी शुरुआती संगीत की शिक्षा मां पद्मावती और पिता दुरईस्वामी अयंगर से प्राप्त हुई थी। आठ साल की उम्र से ही उन्होंने गाना शुरू कर दिया था। पहली बार उन्होंने ऑल इंडिया रेडियो मद्रास के लिए गाना गाया। 1969 में उनकी शादी जयराम से हुई। पति जयराम ने उनके संगीत कैरियर को बढ़ाने में उनका बहुत ही साथ दिया। पति जयराम की प्रेणना से ही उन्होंने हिंदुस्तानी क्लासिकल म्यूजिक सीखा।


बॉलीवुड में धमक


 उनकी हमेशा बॉलीवुड में धमक रही। संगीत के लिए उन्होंने बैंक की नौकरी छोड़ दी। 1971 में पहली बार जया बच्चन की फिल्म गुड्डी के लिए बॉलीवुड में उन्होंने गाना गाया। फिर उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। हिंदी फिल्म में उन्होंने मुकेश के साथ, चित्रगुप्त के साथ, आर. डी. बर्मन के साथ,कल्याणजी आनंदजी के साथ, लक्ष्मीकांत प्यारेलाल के साथ, जयदेव के साथ, मन्ना डे के साथ, मतलब सभी मशहूर संगीतकार और गायकों के साथ काम किया। 


2023 गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या में भारत सरकार द्वारा उन्हें पद्म भूषण देने की घोषणा की गई थी। वाणी जयराम की निधन से संगीत जगत में शोक की लहर छा गई है। उनके चाहने वाले ट्विटर पर शोक व्यक्त कर रहें है।


बताते चलें की 4 फ़रवरी 2023 को 77 वर्ष की आयु में उनका निधन हो गया है। चेन्नई, (तमिल नाडु) के अपने घर में वह मृत पति गई है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार वह अपने मकान में अकेली रहती थी।



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